Monthly Archives: January 2014
Who created the creator – ब्रह्मा को किसने बनाया
समय आ गया है कि वे ईश्वर, देवी, देवता, पुनर्जन्म और उस पर आधारित कर्म सिद्धांत के इस मकड़जाल को समझें और उससे मुक्ति पाएँ. देश के मूलनिवासियों की समृद्धि और विकास का रास्ता इसके आगे है.
Not ‘downtrodden’ but ‘aborigines’ – ‘दलित’ नहीं ‘मूलनिवासी’
इस विषय में अपनी बात कह सकता हूँ कि शूद्र और दलित शब्द से पीछा छुड़ाना अजा, अजजा और अपिजा के लिए कठिन हो गया है तब ये क्या करें?
फेसबुक पर एक सज्जन ने सुझाया है कि दलित जैसे शब्द का प्रयोग न करके ये जातियाँ अपने लिए मूलनिवासी शब्द का प्रयोग करें. मुझे यह सुझाव ठीक प्रतीत होता है क्योंकि यह ऐतिहासिक रूप से सार्थक है.
Hindutva and Manusmriti – हिंदुत्व और मनुस्मृति
जहाँ तक ‘हिंदू’ शब्द का सवाल है यह शब्द दलितों के लिए जात-पात का बुरा संकेत है और ब्राह्मणों के लिए ‘मनुस्मृति’ को जारी रखने का खुशी भरा एक संकेत. एक मान्य-सी परिभाषा के अनुसार ‘हिंदू वह है जो वेदों में आस्था रखता है’ – यहाँ तक तो चलेगा (हालाँकि मैं इसे नहीं मानता) लेकिन मनुस्मृति को हिंदुओं का धर्मग्रंथ मानने में दलितों और शूद्रों को केवल आपत्ति ही हो सकती है. आजकल भारत में जिस ‘हिंदूराष्ट्र’ को बनाने की कवायद हो रही है उसमें ‘मनुस्मृति’ का अहि-नाग पहले ही कुंडली मारे बैठा है.