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Meghdhara – Media of Meghvansh – मेघवंश के समाचार-पत्र का प्रकाशन

11 सितंबर 2011 को मैं इंटरनेट खोल कर बैठा था कि जितनी जल्दी हो सके कच्छ, गुजरात से प्रकाशित होने वाले मेघ समाज के नए समाचार-पत्र मेघधारा के उद्घाटन कार्यक्रमको देख सकूँ. और मैं इसे देख पाया. हृदय प्रसन्नता से भर गया. इस प्रकाशन का आइडिया आने, इसके नाम सुझाने की प्रक्रिया और इसके रजिस्ट्रेशन तक के सारे विवरण श्री नवीन भोइया मुझे देते रहे हैं और इन पर लंबी चर्चा होती रही है. अब इस लघु समाचार-पत्र के विमोचन और तत्संबंधी कार्यक्रम के फोटो भी प्राप्त हो गए हैं. इस महत्वपूर्ण क्षण को MEGHnet पर सहेज रहा हूँ. मेघ समाज को बहुत बधाई. साथ ही एक सुझाव है कि इस समाचार पत्र को वे अपनी वेबसाइट पर भी प्रकाशित कर दिया करें. मेरी हार्दिक इच्छा है कि ऐसा एक समाचार-पत्र जम्मू से भी निकले और आपस में सूचनाओं का आदान प्रदान एक गति पकड़े. राजस्थान से पहले ही कई समाचार-पत्र छप रहे हैं यथा- ‘हक़दार’, ‘दर्द की आवाज़’, ‘उदय मेघ’ आदि. मध्यप्रदेश से ‘राजा बली समाज’ छपता है. ये सभी समाचार-पत्र समुदाय में सूचनाएँ और जानकारी साझा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इसी सिलसिले में अब ‘मेघधारा’ का नाम भी जुड़ गया है.

Meghdhara – મેઘધારા – मेघधारा

MEGHnet

श्री नवीन भोइया द्वारा ईमेल से भेजा विशेष नोट :-

MEGHDHARA INAUGURATION PROGRAM HELD ON 11.09.2011 AT BHUJ-KUTCH.
Inauguration of first mouthpiece of Maheshwari Meghwar community’s mouthpiece ‘Meghdhara’ was held on 11.09.2011 at Bhuj-Kutch. Prominent people from all the 10 Talukas of Kutch District were present in the function. Meghdhara is the first community paper for uniting Meghwars of Kutch, Saurastra, Jamnagar districts of Gujarat.
Shri M. Thennarson, Collector, Kutch was the Chief Guest who inaugurated the magazine. Dr. L.V. Fafal, President of Akhil Kutch Maheshwari Vikas Seva Sangh (a registered Trust popularly also known as All India Maheshwari Youth Federation) welcomed the guests and apprised about need of intellectual unity in the community. Dr. Naresh Keniya invited the guests to take seats on dice. Mrs. Bhartiben Katuva and Mr. Mavjibhai Maheshwari, an award winner Gujarati literature writer and Hon. Editor of Meghdhara anchored the function. Mr. Khim Dhua and Mr. Navin K. Bhoiya arranged live telecast of the function on maheshpanthi website.
Pir-Shri Meghji Nangshi Lalan (religions head of Barmati Panth), Mr. Kanji Bharya, Mr. J P Maheshwari, Directors ICON Nirman Pvt. Ltd., Mr. Ramji Dheda, Businessman, Shri Thennarson, Collector-Kutch, Shri L.V. Fafal and Shri Ramesh Maheshwari (MLA of Kutch) remained present on the dice.
This function was one of the biggest functions in the community in which delegates from Districts like Jamnagar, Rajkot and Ahmedabad were also present along with delegates from Kutch District.
The program was initiated by singing National Anthem to show solidarity as citizen and indigenous inhabitant of India.

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इस समाचार-पत्र के विमोचन से संबंधित जानकारी नीचे दी गई है :-


मेघधारा का प्रकाशन – हार्दिक निमंत्रण – धर्माचार

आप सभी को यह तथ्य विदित है कि हमारा महेश्वरी मेघवाल समाज प्रतिदिन हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. समय के साथ ताल मिलाते हुए नई पीढ़ी संघर्ष करके नए परिणाम ला रही है. हमारे पास जनशक्ति है. ज़रूरत है एक मंच की, एक व्यवस्था की जो हमारे समाज के बंधुओं को एक-दूसरे के नज़दीक लाए और समाज में भावनात्मक एकता सुदृढ़ हो सके. इसी व्यवस्था को कायम करने वाला समाज का प्रतिबिंब एक समाचारपत्र होता है.
ईमेल से मिला निमंत्रण-पत्र

श्री अखिल कच्छ महेश्वरी विकास सेवा संघ (मुन्द्रा) के तत्वाधान में महेश्वरी समाज के समाचार-पत्र मेघधारा का प्रकाशन शुरू किया जा रहा है. इसी समाचार पत्र मेघधारा के प्रथम अंक के विमोचन के ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बने और सपरिवार पधारने का भाव भरा निमंत्रण स्वीकार करें.

कार्यक्रम का उद्घाटन : पीर श्री मेघजी नांगशी लालण, (अखिल महेश्वरी मेघवाल समाज के धार्मिक प्रमुख)
विमोचन कर्ता : श्री एम. थेन्नारेसन IAS, माननीय कलेक्टर, कच्छ
मुख्य अतिथि : श्री वी. एम. पारघी, IPS, IGP बोर्डर रेन्ज कच्छ
श्री जी. एल. भगत, IRS, कमिश्नर ऑफ इन्कम टैक्स, मुंबई
श्री रमेशभाई महेश्वरी, माननीय धारासभ्य , मुंद्रा मत विभाग
तारीख : 11-09-2011 रविवार, समय  :  सुबह 10.00 बजे
स्थान : श्री लोहाणा समाजवाडी , वी. डी. हाईस्कूल के पास, भुज, कच्छ
इस स्वर्णिम अवसर पर प्रतिभागिता करके समाज का गौरव बढ़ाएँ यही अनुरोध है.
निमंत्रक  : श्री अखिल कच्छ महेश्वरी विकास सेवा संघ मुन्द्रा, कच्छ
(श्री जी. एल. भगत भाग नहीं ले सके.)
समारोह के शुभारंभ में कच्छ के कलेक्टर ने सहयोग दिया
 
कार्यक्रम में दर्शक – एक ऐतिहासिक क्षण

बैनर

Collector Kutch Mr. M. Thennarsan, IAS giving his speech

Felicitation of Pir Auva (Religious Head of Maheshwari Community)

Felicitation of Shri Ramesh Maheshwari, MLA by Shri Vallabh Katuva

First lady professor of our Maheshwari community Mrs. Divyaben Maheshwari

Glimpse of inauguration

Public view during National Anthem

Shri Mavjibhai Maheshwari, Editor-Meghdhara

Smt. Bhartiben Katuva, Mavjibhai, Navinbhai and Mangalbhai

Inaugural front page of ‘Meghdhara’

प्रेस विज्ञप्ति :-

Dalit Media-1 – Small news papers – दलित मीडिया-1 – छोटे समाचार पत्र

प्रत्येक समाज का सपना होता है कि उसका एक अपना समाचार-पत्र या पत्रिका हो जो उसकी तस्वीर को सही तरीके से प्रस्तुत करे. समाजिक छवि, आर्थिक समर्थन, राजनीतिक पैठ आदि जैसे मामलों में समुदाय की बात को सही जगह पहुँचाने में सक्षम हो. वैवाहिकी (matrimonial), विज्ञापन, नौकरी की तलाश आदि में सहायक हो. सबसे बढ़ कर समुदाय को शिक्षित करने और सही तथा शीघ्र सूचनाएँ देने का कार्य कर सके. इन दिनों कई पिछड़े समुदाय इस बात के बारे में भी गंभीरता से प्रतिक्रिया करने लगे हैं कि राष्ट्रीय माडिया उनकी बात को सही परिप्रेक्ष्य में नहीं उठाता. ऐसे में उन्होंने नयूज़लेटर जैसे समाचार-पत्रों का प्रकाशन का सहारा लिया है. कुछ ऐसे पत्र मुझे मिले हैं जिन्हें यहाँ प्रदर्शित कर रहा हूँ. उनकी कुछ विशेषताएँ (समीक्षा नहीं) यहाँ दे रहा हूँ.

उदय मेघ’ (Uday Megh)जयपुर, राजस्थान से निकलने वाला एक ऐसा ही पत्र है. इसमें मेघवंशी समुदायों से संबंधित सामाजिक समस्याओं तथा विकासात्मक गतिविधियों के समाचार देखने को मिले. यह साप्ताहिक पत्र है.


आपका दोस्त(Apka Dost) नूरपुर, हिमाचल प्रदेश से छपता है. इसमें काफी विज्ञापन छपे हैं परंतु इनसे कितनी आय हो पाती होगी यह केवल अनुमान का विषय है. इस पत्र में समाचारों की विविधता बहुत है. लोकप्रिय विषयों का विशेष ध्यान रखा गया है.


राजा बली समाजछपाई की दृष्टि से काफी साफ-सुथरा है. इसकी सामग्री का स्तर बेहतर जान पड़ा. वैवाहिकी को समुचित स्थान दिया गया है. मुख्यतः सामाजिक विषयों को छूते आलेख इसमें दिए गए हैं. यह इंदौर, मध्यप्रदेश से प्रकाशित होता है और मासिक है.










वॉयस ऑफ़ बुद्धा’ (Voice of Buddha)पाक्षिक पत्र है जो ऑनलाइनभी है. यह अंग्रेज़ी और हिंदी दोनों में जानकारी प्रदान करता है. इसके द्वारा दिए गए आँकड़ों की विश्वसनीयता इसका सकारात्मक पक्ष है. यह यूनीकोड में नहीं है अतः फाँट डाऊनलोड किए बिना इसे पढ़ना संभव नहीं.

हक़दार बीकानेर से छपता है. यह 1969 से छप रहा है. अद्भुत. सामग्री के हिसाब से अच्छा लग रहा है. इसके संपादक हैं पन्नालाल प्रेमी. (इसे मैंने 06-01-2011 को देखा है).

आज ही मेघयुग पर इस विषय पर पोस्ट आई है जो इस लिंक पर उपलब्ध है- मेघयुग. धन्यवाद प्रमोद पाल सिंह जी.

तिथि 20-09-2011

आज एक पोस्ट के माध्यम से 11-09-2011 से मेघधारा(Meghdhara) के प्रकाशनारंभ संबंधी पोस्ट भी लिखी है. यह समाचार-पत्र मुख्यतः गुजराती और अँग्रेज़ी में छपेगा.

आज 05-12-2011 

राजस्थान से एक समाचार पत्र दर्द की आवाज़प्राप्त हुआ है जो रंगीन छपाई वाला है. इसके इस अंक से इसकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा स्पष्ट है. शुभकामनाएँ.

आज 20-08-2012 को 

1. फेस बुक के माध्यम से श्री कामता प्रसाद मौर्य ने सम्यक् भारत पत्रिका के बारे में जानकारी दी है. इसके एक टाइटल का चित्र श्री प्रभु दयाल (सुश्री मायावती के पिता) के हाथों में है जिसे देख कर सुखद आश्चर्य हुआ. दलित मीडिया विकसित हो रहा है.
कामता प्रसाद मौर्य जी का बलॉग बन चुका है आशा है इस पर हमें जानकारी पूर्ण आलेख मिला करेंगे.
3. फेस बुक से श्री गुणेश राठौड़ ने जानकारी दी है कि बाड़मेर से एक पत्रिका मेघवंश नवयुगनामक पत्रिका का प्रकाशन शुरू हुआ है जिसका पहला अंक फरवरी 2012 में आया है. इसके मुख्य संपादक डॉ. नारायण मेघवाल हैं और इसका प्रकाशन जनहितकारी सीमांत संस्था, बाड़मेर (राजस्थान) कर रही है.
अधिक जानकारी मिलने पर उसे यहाँ देना चाहूँगा.

04 सितंबर 2012 को श्री आर.पी. सिंह ने ये प्रकाशन भेजे हैं-

 

MEGHnet


Megh Chetna – ‘मेघ चेतना’

किसी समुदाय के इतिहास में उसका साहित्य एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. उसकी पत्रिकाएँ, समाचार-पत्र, न्यूज़लेटर, इश्तेहार और अब ब्लॉग भी अपनी भूमिका रखते हैं. हालाँकि प्रकाशित साहित्य हाथ पर रखी चीज़ की तरह है और इंटरनेट पर रखा साहित्य आम आदमी के लिए कभी-कभार देखने की वस्तु है.
यशपाल जी ने मेरे कहने पर मेघ चेतना’ के शुरूआती दो अंक भेजने की कृपा की. यह पत्रिका निरंतर प्रकाशित हो रही है. मुझे लगा कि इसे सब की जानकारी के लिए सहेज लिया जाए. मैंने मेघवंश पर सामग्री एकत्र करने के सिलसिले में कई जगह संपर्क साधा. अधिकतर जगहों से मेघ चेतना के बारे में पूछा गया. इससे स्पष्ट था कि पत्रिका के संपादक मंडल और इससे जुड़े अन्य ने इसे न केवल दूर तक भेजा बल्कि सप्रयास सजीव बनाए रखा है.

दिसंबर 2000 में छपे इसके प्रथम अंक की कुछ विशेषताओं का उल्लेख करना प्रासंगिक होगा. मेघ चेतना के प्रथम मुख्य संपादक श्री ज्ञान चंद, आई.ए.एस. थे. इसका संपादकीय मेघदूत के नाम से लिखा गया था. इसमें कर्नल तिलक राज के ग़ज़ल संग्रह ज़ख़्म खिलने को हैं’ से बहुत अच्छी ग़ज़लें छापी गईं. एक ग़ज़ल के दो शेर नीचे दिए गए हैं:-
अम्न का फिर खोखला नारा लगाया जाएगा
दोस्ती का आड़ में ख़ंजर चलाया जाएगा
फिर से भर दी जाएगी सरहद की ख़ामोशी में आग
फिर से समझौतों को आपस में भुलाया जाएगा
मेघ चेतना के पहले ही अंक में एक बहुत महत्वपूर्ण लेख श्री यशपाल का था जिसमें स्वयं सहायता समूह बनाने और उसके महत्व पर प्रकाश डाला गया था. यह उस समय की ज़रूरत थी. विडंबना यह है कि आज सन् 2010 तक जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हरियाणा में इस दिशा कुछ भी महत्व का किया गया दिखाई नहीं देता.

इस पत्रिका का दूसरा अंक चित्रों और रचनाओं के साथ बेहतरीन तरीके से सुसज्जित था. इसमें अच्छी रचनाओं और लेखों को शामिल किया गया था. इसके बावजूद रचनाओं और रचनाकारों की सीमाएँ स्पष्ट थीं. शायद इसीलिए आगे चल कर इसे मासिक पत्रिका के बजाय त्रैमासिक करना पड़ा. तथापि यह पत्रिका अब नए रूप और गेटअप में छप रही है. इस पत्रिका ने कई विकासात्मक, समाजोपयोगी, व्यक्ति विकास, राजनीतिक जागरूकता, मेघ समुदाय की महत्वपूर्ण गतिविधियों संबंधी विषयों पर लेख प्रकाशित किए हैं. यह कहना उचित होगा कि इसने मेघवंश के मानस को प्रभावित किया है.

 

इसका 2005 का और लगभग आज का स्वरूप आप यहाँ देख सकते हैं à मेघ चेतना