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Megh community felicitates Bhagat Chuni Lal – मेघ समुदाय ने भगत चूनी लाल का नागरिक अभिनंदन किया


ऑल इंडिया मेघ सभा, चंडीगढ़ ने 17 जून, 2012 को अंबेडकर भवन, सैक्टर-37, चंडीगढ़ में मेघ भगत परिवारों का एक गेटटुगेदर आयोजित किया जिसमें भगत श्री चूनी लाल, माननीय मंत्री लोकल बॉडीज़ और मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पंजाब सरकार का मेघ समुदाय की ओर से नागरिक अभिनंदन किया गया.
वातावरण में अपूर्व उत्साह था. उनके आते ही सभागार का माहौल भगत चूनी लाल ज़िंदाबाद के जयकारों से गूँज उठा. इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने श्री चूनी लाल जी के राजनीतिक करियर की चर्चा की, इस क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों का उल्लेख किया और उनके करियर की वर्तमान बुलंदियों की जम कर तारीफ़ की गई. वक्ताओं ने भाजपा और शिरोमणी अकाली दल के नेतृत्व को धन्यवाद दिया जिन्होंने भगत जी को वांछित समर्थन दे कर मेघ समुदाय की छवि को भी नई पहचान दी है. साथ ही उन्होंने मेघ भगत समुदाय से अपील की कि वे भविष्य में ऐसी ही एकता का प्रदर्शन करते रहें और विभाजित करने वाली ताक़तों को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ें और अपनी चमकदार पहचान बनाएँ.
भगत चूनी लाल जी के राजनीतिक जीवन में उनके अपने समुदाय द्वारा किया गया उनका यह पहला नागरिक अभिनंदन था और इस पहल का श्रेय ऑल इंडिया मेघ सभा, चंडीगढ़ को जाता है.
इस अवसर पर बोलने वालों में सर्वश्री महेंद्र कुमार (आईएएस), यशपाल (आईईएस), राजेश कुमार, (सेवानिवृत्त सुपरिन्टेंडिंग इजीनियर), ऑल इंडिया मेघ सभा के इंद्रजीत मेघ (अध्यक्ष), गोविंद कांडल (सचिव) आदि प्रमुख थे.
श्री गोविंद कांडल ने इस अवसर पर मेघ समुदाय के सामाजिक कार्यकर्ता श्री गोपीचंद भगत, श्री बुड्डामल भगत, श्री मिल्खीराम भगत (पीसीएस), श्री लेखराज भगत (आईपीएस) आदि द्वारा मेघ समुदाय के उत्थान के लिए किए गए अथक प्रयासों को याद किया और उनका आभार प्रकट किया. उन्होंने ऊँची स्थिति पर बैठे मेघों और इंटरनेट के द्वारा मेघ समाज की सेवा करने वाले सदस्यों का आभार प्रकट किया. 

ऑल इंडिया मेघ सभा की ओर से बोलते हुए श्री इंद्रजीत मेघ ने मुख्य अतिथि श्री चूनी लाल को इस संस्था के एक पुराने और महत्वपूर्ण सपने कबीर मंदिर की याद दिलाई जिसे मेघ भवन के नाम से भी जाना जाता है. भगत जी को बताया गया कि इसके लिए कई प्रयास किए गए हैं लेकिन ज़मीन की कीमतों और राजनीतिक समर्थन के अभाव में यह सपना अभी पूरा नहीं हुआ है. अपने भाषण के दौरान भगत जी ने इस बात को नोट किया और आश्वासन दिया कि इस सपने को हक़ीक़त में बदलने के लिए शीघ्र ही प्रयास शुरू करेंगे. इस माँग को भगत जी के दाहिने हाथ कहे जाने वाले श्री महेंद्र भगत ने भरपूर हामी दी और कहा कि यह सपना पूरा हो कर रहेगा.

हाल ही में पीसीएस परीक्षा में चुने गए युवाओं को बधाई दी गई और बहुत अच्छे अंक लेकर उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राओं को इस अवसर पर सम्मानित किया गया. मंच संचालन श्री राजेश भगत (सेवानिवृत्त सुपरिन्टेंडिंग इजीनियर) ने किया और उन्होंने श्री चूनी लाल जी के सम्मान में अपनी कविताओं का पाठ किया.
कार्यक्रम के अंत में एक प्रीति भोज का आयोजन किया गया. शेष इन तस्वीरों में :-

हमारे हीरो, स्वागतम्
पुष्पगुच्छ से स्वागत

शॉल ओढ़ा कर अभिनंदन किया गया
मुख्य अतिथि का संबोधन

मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न
श्री गोविंद कांडल, सचिव, AIMS
श्री यशपाल, पूर्व अध्यक्ष, AIMS
श्री साथी, लीगल एडवाइज़र, AIMS
श्री इंद्रजीत मेघ, अध्यक्ष, AIMS
मंच पर उपस्थिति
श्री महेंद्र कुमार, आईएएस, सैक्रेटरी टू गवर्नर हरियाणा
93% प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली छात्रा का सम्मान
अध्यक्षीय भाषण

श्रोताओं ने एकाग्रता से सुना
महिलाओं की बड़ी उपस्थिति सराहनीय रही
प्रीति भोज

Megh community felicitates Bhagat Chuni Lal – मेघ समुदाय ने भगत चूनी लाल का नागरिक अभिनंदन किया

ऑल इंडिया मेघ सभा, चंडीगढ़ ने 17 जून, 2012 को अंबेडकर भवन, सैक्टर-37, चंडीगढ़ में मेघ भगत परिवारों का एक गेटटुगेदर आयोजित किया जिसमें भगत श्री चूनी लाल, माननीय मंत्री लोकल बॉडीज़ और मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पंजाब सरकार का मेघ समुदाय की ओर से नागरिक अभिनंदन किया गया.
वातावरण में अपूर्व उत्साह था. उनके आते ही सभागार का माहौल भगत चूनी लाल ज़िंदाबाद के जयकारों से गूँज उठा. इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने श्री चूनी लाल जी के राजनीतिक करियर की चर्चा की, इस क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों का उल्लेख किया और उनके करियर की वर्तमान बुलंदियों की जम कर तारीफ़ की गई. वक्ताओं ने भाजपा और शिरोमणी अकाली दल के नेतृत्व को धन्यवाद दिया जिन्होंने भगत जी को वांछित समर्थन दे कर मेघ समुदाय की छवि को भी नई पहचान दी है. साथ ही उन्होंने मेघ भगत समुदाय से अपील की कि वे भविष्य में ऐसी ही एकता का प्रदर्शन करते रहें और विभाजित करने वाली ताक़तों को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ें और अपनी चमकदार पहचान बनाएँ.
भगत चूनी लाल जी के राजनीतिक जीवन में उनके अपने समुदाय द्वारा किया गया उनका यह पहला नागरिक अभिनंदन था और इस पहल का श्रेय ऑल इंडिया मेघ सभा, चंडीगढ़ को जाता है.
इस अवसर पर बोलने वालों में सर्वश्री महेंद्र कुमार (आईएएस), यशपाल (आईईएस), राजेश कुमार, (सेवानिवृत्त सुपरिन्टेंडिंग इजीनियर), ऑल इंडिया मेघ सभा के इंद्रजीत मेघ (अध्यक्ष), गोविंद कांडल (सचिव) आदि प्रमुख थे.
श्री गोविंद कांडल ने इस अवसर पर मेघ समुदाय के सामाजिक कार्यकर्ता श्री गोपीचंद भगत, श्री बुड्डामल भगत, श्री मिल्खीराम भगत (पीसीएस), श्री लेखराज भगत (आईपीएस) आदि द्वारा मेघ समुदाय के उत्थान के लिए किए गए अथक प्रयासों को याद किया और उनका आभार प्रकट किया. उन्होंने ऊँची स्थिति पर बैठे मेघों और इंटरनेट के द्वारा मेघ समाज की सेवा करने वाले सदस्यों का आभार प्रकट किया. 

ऑल इंडिया मेघ सभा की ओर से बोलते हुए श्री इंद्रजीत मेघ ने मुख्य अतिथि श्री चूनी लाल को इस संस्था के एक पुराने और महत्वपूर्ण सपने कबीर मंदिर की याद दिलाई जिसे मेघ भवन के नाम से भी जाना जाता है. भगत जी को बताया गया कि इसके लिए कई प्रयास किए गए हैं लेकिन ज़मीन की कीमतों और राजनीतिक समर्थन के अभाव में यह सपना अभी पूरा नहीं हुआ है. अपने भाषण के दौरान भगत जी ने इस बात को नोट किया और आश्वासन दिया कि इस सपने को हक़ीक़त में बदलने के लिए शीघ्र ही प्रयास शुरू करेंगे. इस माँग को भगत जी के दाहिने हाथ कहे जाने वाले श्री महेंद्र भगत ने भरपूर हामी दी और कहा कि यह सपना पूरा हो कर रहेगा.

हाल ही में पीसीएस परीक्षा में चुने गए युवाओं को बधाई दी गई और बहुत अच्छे अंक लेकर उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राओं को इस अवसर पर सम्मानित किया गया. मंच संचालन श्री राजेश भगत (सेवानिवृत्त सुपरिन्टेंडिंग इजीनियर) ने किया और उन्होंने श्री चूनी लाल जी के सम्मान में अपनी कविताओं का पाठ किया.
कार्यक्रम के अंत में एक प्रीति भोज का आयोजन किया गया. शेष इन तस्वीरों में :-

MEGHnet 

 

Meghvansh- One direction – मेघवंश – एक दिशा

कल 05 मई, 2012 को चंडीगढ़ के पास एक गाँव बहलाना में कई मेघवंशी और कबीरपंथी समुदायों के प्रतिनिधियों का एक सेमिनार आयोजित किया गया जिसमें मेघवंशी समुदायों के परस्पर समन्वय के लिए किए जाने वाले कार्यों की सूची पर विचार-विमर्ष हुआ. इस सेमिनार की अध्यक्षता श्री गोपाल डेनवाल ने की और श्री आर.पी. सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे. कार्यक्रम का आयोजन हिमाचल प्रदेश की संस्था कबीरपंथ महासभा (Kabir Panth Mahasabha) ने किया था.

(From left) S/Sh. Baru Pal, Gopal Denwal and R.P. Singh

इसके अतिरिक्त विभिन्न राज्यों से पधारे प्रतिनिधियों ने अपने-अपने विचार रखे जिनका सार-संक्षेप यह है कि मेघवंशी और अन्य दलित सामाजिक संगठनों के साझा धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक मंच तैयार करने की आवश्यकता है. इसके लिए शिक्षा और एकता की भावना विकसित करने की तत्काल ज़रूरत है. जातियों के बँटवारे की पूर्वनिर्मित भ्रामक मान्यता को तोड़ना होगा. जानना होगा कि अनुसूचित जातियाँ, जनजातियाँ और अन्य पिछड़ी जातियाँ वास्तव में एक ही हैं. इस नकली विभाजन को मन से निकालना होगा. धार्मिक विभाजन की दीवारों को खंडित करके आत्म सम्मान के भाव को सशक्त करना होगा.

Gopal Denwal addressing the gathering

अपने अध्यक्षीय भाषण में श्री गोपाल डेनवाल ने कहा कि विभिन्न नामों में बँटा मेघवंशी समाज आपस में नाम पर ही भिड़ जाता है. इस प्रवृत्ति को तोड़ना ज़रूरी है. नाम अलग होने से कुछ नहीं होता बल्कि सभी मेघवंशी समुदायों का आपस में मिल कर शिक्षा और आर्थिक विकास का प्रबंध करना महत्वपूर्ण है. इसके लिए सामाजिक-धार्मिक-राजनीतिक संगठन की कोशिशें तेज़ होनी चाहिएँ.

इस अवसर पर विभिन्न राज्यों से पधारे अन्य वक्ताओं में सर्वश्री/सुश्री जसविंदर कौर, बारू पाल, हरबंस लाल लीलड़, इंद्रजीत मेघ, प्रीतम सिंह, त्रिलोक चंद, प्रो. कायस्थ, मस्त राम, गणपतराय, रमेश, भारत भूषण आदि थे.
H.R. Leelad

Prof. Kayastha

R.P.Singh’s address to participants.

विशेष नोट – मेघ भगतों के संगठन ऑल इंडिया मेघ सभा, चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व श्री इंद्रजीत मेघ ने और भगत महासभा, जम्मू का प्रतिनिधित्व श्री भारत भूषण ने किया.

Inderjit Megh (extreem right) with others members

मेघवंशियों का समाचार-पत्र ‘दर्द की आवाज़’ ने रुचि जगाई

एक विस्तृत नोट नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके पढ़ा जा सकता है.

    

Rally of Bhagat Mahasabha – भगत महासभा की रैली

On the occasion of birthday celebrations of Shaheed-E-Azam Bhagat Singh, Bhagat Mahasabha,y Pathankot, Punjab organized a rally in the streets of the city. They registered a strong presence felt amongst the various programs held in the city. Indeed a very good start.

It was for the first time that such a rally was organized by youth of Megh Bhagat. Young ladies participated with enthusiasm. Ms. Asha Bhagat (Team- Santosh Bhagat, Krishna Bhagat, Sunita Bhagat, Kavita Bhagat, etc.) and Mr. Girdhhari Lal Bhagat (Team- Somnath Bhagat, Shashi Bhagat, Rinku Bhagat, Jagdish Bhagat, etc.) were the main inspiration. The rally was praised in the city. There was good The Media coverage and encourgament from the elderly people.

Let us see, now, how does Mahasabha evaluate the rally and is prepare for the next program. It is heard that Kabir Temple is being considered as the next activity.

Remaining narrative follows through pictures:

शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के जन्म दिन पर भगत महासभा ने पठानकोट, पंजाब की गलियों में से रैली निकाली. और उस दिन शहर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज की. बहुत अच्छी शुरूआत.

उल्लेखनीय है कि ऐसी रैली मेघ भगत समाज के युवावर्ग ने पहली बार निकाली थी. इसमें युवतियों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया. सुश्री आशा भगत (टीम- संतोष भगत, कृष्णा भगत, सुनीता भगत, कविता भगत आदि) और श्री गिरधारी लाल भगत (टीम- सोमनाथ भगत, शशि भगत, रिंकू भगत, जगदीश भगत आदि) इसके मुख्य प्रेरणास्रोत रहे. शहर में इस रैली की प्रशंसा हुई. मीडिया ने इसे बहुत कवरेज दी और बुज़ुर्गों ने खूब प्रोत्साहित किया.

अब देखना है कि इस कार्यक्रम का मूल्यांकन महासभा कैसे करती है और आगामी कार्यक्रम क्या बनाया जाता है. सुना है कबीर मंदिर पर विचार किया जा रहा है.

तस्वीरों के माध्यम से शेष कथा इस प्रकार है:



Bhagat Mahasabha celebrated Nirvan Divas of Sadguru Kabir

Bhagat Mahasabha celebrated Nirvan Divas (20-02-2011) of Sadguru Kabir ji Maharaj at Tatriya,Block Marh in which thousands of the Megh participated to pay homage to greate saint of bhakti movement. Chaudhari Sukhnandan MLA, Marh was the chief guest on the occasion and he announced an assistance Rs.5 lakhs for construction of a community hall at village Tatriyal. He thanked Bhagat community for their support and promised to provide every possible help to the community.
A Satsang Kirtan was held by Swami Milkhi Ram Bhagat of Gorda on the occasion.

While singing the shabad, dohe and sakhian of Kabir Sahibji, Swamiji asked the gathering to follow the teachings of Sadguru Kabir Sahibji as only his teachings could bring Megh community out of backwardness and darkness. He asked Megh community to keep themselves away from alcohol, tobacco, dowry etc.
Prof. Raj Kumar Bhagat, National President of Bhagat Mahasabha appealed to all Megh Samaj to get united for development of community and cautioned the community against the people who betrayed Megh Samaj in the past. He also announced more office bearers to further strengthen Bhagat Mahasabha in J&K.


Bodh Raj Bhagat, State President appealed to the government to declare Prakash Utsav of Sadguru Kabir Sahibji (15 June) a gazetted holiday.

On this occasion, prominent members of Megh Samaj were honored and all present pledged to spread the teachings of Sadguru Kabirji Maharaj in every nook and corner of the state.

Prominent among others were Milkhi Ram Bhagat, Chairman of Coordination Committee, Mohinder Bhagat, Tarachand Bhagat, Sansar Chand Bhagat Charan Dass, Shamsher Bhagat, Balvinder Bhagat, Surinder Bhagat, Tarsem Bhagat, Chaman Lal Bhagat and Haqikat Raj.

Report by Tarachand Marheen, Hgr.

Bhagat Mahasabha J&K Unit Jammu.Date:20-02-2011.Ref.no.BMS/128/2011


1. Media coverage via Bhagat Mahasabha

2. Media coverage via Bhagat Mahasabha

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Rashtriya Meghvansh Mahasabha….और राष्ट्रीय मेघवंश महासभा का कारवाँ निकल पड़ा

सर्वश्री योगेंद्र मकवाना, कैलाश मेघवाल और आर.पी. सिंह

दर्शकों से भरा सभागार
राष्ट्रीय मेघवंश महासभा, दिल्ली का एक विशाल सेमिनार 26 दिसंबर 2010 को मेघगंगा सामुदायिक भवन, बनीपार्क, जयपुर में संपन्न हुआ जिसमें राजस्थान के अनेक जिलों से सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता पहुँचे. गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा  आदि प्रांतों से भी बड़ी संख्या में लोग आए. सेमिनार के मुख्य अतिथि डॉ. योगेंद्र मकवाना (पूर्व केंद्रीय मंत्री) तथा सभापति श्री कैलाश मेघवाल ((पूर्व केंद्रीय मंत्री) थे. महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल डेनवाल ने विजय की प्रतीक तलवार श्री कैलाश मेघवाल को भेंट की.

इस सभा को पूर्व सांसद सुश्री जमना बारूपाल, सर्वश्री आर.पी सिंह, गिरधारी लाल कटारिया, दिनेश सांडिला के अतिरिक्त अन्य प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया. शिक्षा और संगठन पर जोर दिया गया. सर्व मेघवंशी समाज ने श्री डेनवाल को राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वीकार किया. इस अवसर पर एक नए समाचार-पत्र ‘दर्द की आवाज़’ का विमोचन भी किया गया.

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Struggle Against Social Evils – सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध संघर्ष

मृत्यु भोज (Death Feast) का किया विरोध


डबवाली (लहू की लौ) मेघवाल महासभा की एक बैठक रविवार को बाबा रामदेव मंदिर धर्मशाला में हुई. जिसकी अध्यक्षता हल्का मलोट के पूर्व एम.एल.ए. श्री नत्थू राम ने की.

बैठक को मेघवाल सभा श्रीगंगानगर के (सर्वश्री) अध्यक्ष अभय सिंह, पूर्व अध्यक्ष कांशी राम चौहान, मेघवाल महासभा हरियाणा के धन्ना दास ऋषि, लीलू राम मेघवाल सदस्य अखिल भारतीय मेघवाल महासभा, बुध राम जिला परिषद सदस्य, मास्टर किशन चन्द्र गंगा, आत्मा राम सुढा चौटाला, चानन सिंह ब्लाक अध्यक्ष औढ़ां, राजेन्द्र राठी ब्लाक अध्यक्ष डबवाली, इन्द्राज सिंह मेघवाल, बलकौर सिंह, राजा राम आदि ने संबोधित किया. वक्ताओं ने अपने संबोधन में मेघवाल समाज के सदस्यों को संगठित होने का आह्वान किया. समाज में फैली कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, नशा खोरी तथा मृत्यु भोज जैसी बुराई को खत्म करने की शपथ दिलाई.

मेघवाल (Meghwal) कौन हैं

श्री इन्द्राज सिंह मेघवाल ने मेघवालों के संदर्भ में बताया कि मेघवाल, मेघ ऋषि (Megh Rishi) के वंशज  हैं. जिन्होंने सर्वप्रथम कपड़ा तैयार किया. कुछ समय पूर्व इन्हें चमार (चमड़ा प्रयोग करने वाले) कहकर पुकारा जाता था. लेकिन मेघवालों का कार्य चमड़े का न होकर कपड़ा बनाना है. माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी चमार को अपमानित शब्द की संज्ञा दी है. इस प्रकार अब उनके जाति प्रमाण-पत्रों में चमार की अपेक्षा मेघवाल शब्द का प्रयोग होने लगा है. मेघवाल अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं. पूरे भारत में इनकी संख्या तकरीबन 10 करोड़ है. जिनमें से करीब 15 लाख मेघवाल हरियाणा राज्य में रहते हैं.
साभार – लहू की लौ

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Unity and way to progress – सामुदायिक एकता और विकास-पथ

प्रो.राजकुमार और श्री एम.आर. भगत एवं अन्य प्रतिनिधि
किसी समुदाय के भीतर कार्य कर रहे विभिन्न सामाजिक संगठनों का मिल कर अपने कार्यक्रम बनाना समुदाय के विकास का अगला चरण माना जाता है. मेघवंशियों के जम्मू-कश्मीर स्थित मेघ-भगत समुदाय ने, मेरी जानकारी के अनुसार, पहली बड़ी संगठनात्मक पहल की है कि कई वर्ष से कार्यरत मेघ सुधार सभा’ (Megh Sudhar Sabha) और भगत महासभा’ (Bhagat Mahasabha)  ने मिल कर अपने कार्यक्रम बनाने का और सामाजिक उत्थान का संकल्प लिया है. परंपरावादी शक्तियों द्वारा कई नाम दे कर भयंकर रूप से बाँट दिए गए इस समुदाय में बहुत समय के बाद यह सकारात्मक लक्षण देखने को मिला. विश्वास होने लगा है कि पंजाब और जम्मू-कश्मीर में इस समुदाय के भीतर कार्य कर रहे अन्य पुराने और ढीले ढँग से चल रहे संगठन इससे प्रेरणा लेकर एकता और विकास को मिशन बनाएँगे. इससे युवा शक्ति बड़े पैमाने पर आ जुड़ेगी. रास्ता लंबा है और बेचैनी भी बहुत है. शिक्षा, जागरूकता और निरंतर कार्य भी चाहिए.

बधाई और सुनहरे भविष्य हेतु शुभकामनाएँ.

अधिक विस्तार के लिए ये लिंक देखें



Conference of Meghvanshis – मेघवंशियों का सम्मेलन

राजस्थान में मेघवंशियों का एक महत्वपूर्ण सम्मेलन 26-12-2010 को किया जा रहा है जिसकी विस्तृत जानकारी निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है. उनके द्वारा भेजी गई जानकारी से सुखद अनुभूति होती है कि वे सामुदायिक कार्यक्रम एक योजनाबद्ध और अनुशासित तरीके से करते हैं जो अन्य मेघवंशियों के लिए अनुकरणीय है.

Maheswari Meghwar- The first lady Police Ofificer – महेश्वरी मेघवार की प्रथम महिला पुलिस अधिकारी

हमें यह जानकर बहुत हर्ष हुआ है कि कुमारी हंसाबेन वालजीभाई धेला ने महेश्वरी मेघवार समाज में प्रथम पुलिस सब-इन्स्पेक्टर बनने का गौरव हासिल किया है. उन्होंने यह सफलता गुजरात राज्य की पुलिस स्पर्धात्मक परीक्षा पास करके हासिल की है. महेशपंथी वेबसाईट, मेघनेट, भगत महासभा तथा महेश्वरी युवा महासंघ, कुमारी हंसाबेन वालजीभाई धेला का शत-शत अभिनंदन करता है. हंसाबेन भुज तालुका के कुर्बाइ गाँव की रहने वाली हैं. टेलेफोनिक बातचीत में उन्होंने  अभिनंदन स्वीकार करते हए अपनी असीम खुशी व्यक्त की है.
फिर एक बार हंसाबेन को शत-शत अभिनंदन. धणी मातंग देव की कृपा से वे  उत्तरोत्तर प्रगति के शिखरों पर पहुँचें इसके लिए  शुभकामनाएँ.
‘महेश्वरी समाज’ वेबसाइईट के साभार

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